भारत ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में इतिहास रचते हुए अपने मंगल मिशन को जिस तरह सफलतापूर्वक अंजाम दिया है यकीनन वो भारत के वैज्ञानिक इतिहास की सबसे बड़ी कामयाबी है। इसका सौ फीसदी श्रेय भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (इसरो) के वैज्ञानिकों को जाता है, जिन्होंने अपने कौशल से ये इतिहास रचा है। बुधवार (24 सितंबर 2014) को ये एक ऐसा क्षण था जिस पर 125 करोड़ भारतीय गर्व कर रहे थे। इस सफलता के बाद भारत दुनिया का पहला ऐसा देश बन गया जिसने पहली ही बार में मंगल मिशन पर फतह पाई हो।
इस कामयाबी के साथ ही भारत दुनिया के उन चार देशों में शामिल हो गया, जो मंगल पर अपना यान भेजने में कामयाब हुए हैं, जिसकी तारीफ दुनिया भर में हुई। इस तारीफ का जरिया बना सोशल मीडिया, जिसके सहारे लोग दुनिया के एक कोने से दूसरे कोने तक बधाई के संदेश भेजते रहे। जिसमें सबसे अहम था ट्विटर और फेसबुक का इस्तेमाल।
ट्विटर जिस पर भारतीय ट्रेंडस में मंगलयान की कामयाबी पर तीन टॉपिक छाए रहे, वो थे -मंगलयान, मिशन मार्स और मार्स मिशन। ट्विटर पर लॉन्च होने के कुछ मिनटों के अंदर ही इसने कमाल दिखाना शुरू कर दिया और देखते ही देखते रात साढ़े आठ बजे तक इसके करीब 63,679 फॉलोअर बन गए। बुधवार सुबह तक भारत में ट्विटर के 10 बेहतरीन विषयों जैसे मंगलयान, इंडिया एट मार्स में इसने अपनी जगह बना ली और देश के सफलतापूर्वक मिशनों में से एक बन गया। 6,500 लाख किलोमीटर की दूरी तय करने वाले मार्स ऑर्बिटर मिशन (मॉम) को नासा से लेकर दुनिया के कोने-कोने से ट्विटर पर बधाइयां मिलीं। इसके फॉलोअर में पीएमओ से अमेरिका की स्पेस एजेंसी-नासा तक शामिल हो चुके थे।
नासा (नासा) ने अपने ट्वीट में कहा, ”मंगल पर पहुंचने के लिए इसरो को बधाई। मंगलयान लाल ग्रह के बारे में जानकारी हासिल करने वाले अभियान से जुड़ गया है।” हालांकि, इसी तरह फेसबुक भी मंगलयान की खबर फैलाने और बधाई संदेश भेजने में पीछे नहीं रहा। अगर फेसबुक की मानें तो इसरो के मंगल मिशन ने फेसबुक पर इसके नियमित अपडेट से लाखों लोगों को जोड़ा है।
सोशल नेटवर्किंग साइट के अनुसार इसरो की मंगल मिशन परियोजना फेसबुक पर पिछले दिनों से चर्चा में थी, जिसने लाखों लोगों को अपनी तरफ खींचा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वैज्ञानिकों को धन्यवाद देने के कुछ ही वक्त के भीतर ही सोशल मीडिया पर इस खबर ने 30 मिनट के अंदर 10 लाख लोगों को अपना फॉलोअर बना लिया और 45 हजार लाइक, कमेन्ट और शेयर्स ने फेसबुक पर कब्जा कर लिया। मालूम हो कि पिछले साल पांच नवंबर को मंगल मिशन के लॉन्च होने के बाद ही इसरो ने फेसबुक पर मिशन की सभी जानकारियां अपडेट करनी शुरू की थीं।
फेसबुक की मानें तो इसरो और मार्स ऑर्बिटर मिशन (मॉम) में सर्वाधिक लोकप्रिय पोस्ट मार्सियन ऑर्बिट रहा, जिसने 2 घंटे में 10 लाख लोगों को अपना फॉलोअर बनाया और 01 लाख 47 हजार लाइक्स, कमेंट और शेयर्स हासिल कर लिया।
आखिर में मैं फिर से याद दिलाना चाहूंगा कि आपकी दुनिया चाहे जितनी विस्तृत हो, सोशल मीडिया के सामने कुछ भी नहीं है। इसमें एक ऐसी ताकत छिपी है जो आपको देश, भाषा और संस्कृति के दायरों से बाहर ले जाकर एक नई दुनिया से जोड़ सकती है। असल जिंदगी में भले ही आप उस ओहदे पर न हों कि लोग आपकी बात सुनें, लेकिन सोशल मीडिया पर हर किसी की बात सुनी जाती है।
आज भारत में सोशल मीडिया के तकरीबन 11 करोड़ यूजर्स हैं और ये आंकड़ा भारत की आबादी के लिहाज से भले ही कम हो, लेकिन अपने आप में बहुत बड़ा है। तुर्की में सिर्फ एक करोड़ ट्विटर यूजर्स हैं, लेकिन वहां सोशल मीडिया का इस्तेमाल महिलाएं जिस तरह से कर रही हैं, वो चौंकाने वाला है। सच कहें तो भारत में निजी स्तर पर भले सोशल मीडिया का बेहतरीन इस्तेमाल हो रहा है, लेकिन सामाजिक सरोकारों से जुडऩे में इसकी बड़ी भूमिका का अभी भी इंतजार है।
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