डिजिटल युग में पानी, तेरा रंग कैसा? ‘चेहरे के उतरे हुए रंग जैसा’
एक बहुत ही पुराना फिल्मी गाना है- ‘पानी रे पानी, तेरा रंग कैसा। जिसमें मिला दो लगे उस जैसा।’ बचपन में कई बार सुना था। तब मैं नादान था, गाने का असल मतलब समझ नहीं पाया। अब पल्ले पड़ा है। हर आदमी की जिंदगी में अक्सर ऐसा होता है।जैसे – जैसे उम्र बढ़ती जाती है,…