सशक्त नारी से ही बनेगा सशक्त समाज

आज के माहौल में महिला सशक्तिकरण की बात करने से पहले हमें इस सवाल का जवाब ढूंढना जरूरी है कि क्या वास्तव में महिलायें अशक्त हैं ? कहीं ऐसा तो नहीं कि अनजाने में या स्वार्थ के लिए उन्हें किसी साजिश के तहत कमजोर दिखाने की कोशिश हो रही है? इतिहास गवाह है कि मानव…

ग्रामीण पर्यटन को नई सोच और तकनीक की जरूरत

अबतक लोगों को किसी चीज की खबर जानने के लिए टीवी, पत्रिका, अखबार, रेडियो या इंटरनेट का सहारा लेना पड़ता था। लेकिन, अब ऐसा नहीं है, समय के साथ-साथ अब धीरे-धीरे सब कुछ बदलने लगा है। सूचना, समाचार हो या विज्ञापन सबकी खबर अब मोबाइल देने लगा है। चूंकि इन दिनों मोबाइल हर किसी की…

सामाजिक बदलाव में मोबाइल का साथ

हममें से ज्यादातर लोग सामाजिक बदलाव में मोबाइल की भूमिका को लेकर सजग नहीं हैं। चलिए कुछ उदाहरणों पर गौर करते हैं। बिहार में अनन्या कार्यक्रम के तहत आठ जिलों में ‘मोबाइल कुंजी’ के इस्तेमाल का अनूठा प्रयोग किया गया है। यह पहल बिहार में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने वाले कर्मियों की भरपूर मदद…

मोबाइल के साथ गाँव चला शहर की चाल

देश के कोने-कोने में राशन उपलब्धता की सूचना हो या सरकारी स्कूलों के बच्चों की छात्रवृति की खबर, अब सभी तरह की खबरें चुटकियों में मिल जाते हैं। चाहे वो खेत में हलधर किसान हो या गांव में अपना परिवार छोड़ शहर के किसी कोने में मजदूरी करता नौवजान, सभी एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन यानी मोबाइल…

Move to mobile governance

Rakhi Paliwal, 23, vice-president of Upli-Oden panchayat in Rajsamand district in Rajasthan, is the only elected woman panchayat member who rides a motorbike, gets up at 4am in the morning to counsel women against open defecation, attends law school during the day and updates her Facebook page regularly using her smartphone. In March this year,…

आपदा में सामुदायिक रेडियो की अहमियत

अगर आपके पास जानकारी है, तो आप सशक्त हैं और इनके बिना आप अवसरों, अधिकारों और अपनी आजादी से भी वंचित हो सकते हैं। उत्तराखंड त्रासदी में सूचना ही सबसे अधिक आहत हुई, मगर कैसे? हिमालय के ऊपरी इलाकों की सही स्थिति के बारे में हमारे पास लगभग न के बराबर सूचना है। इसमें कोई…